इन दोनों के बीच जंगल और खेत में पसीना बहाने वाला मरता है।
4.
मेहनत करने वाला मजदूर, खून पसीना बहाने वाला किसान, सारा उत्पादक काम करनेवाले दलित।
5.
खेत-खलिहान में पसीना बहाने वाला हरियाणा का किसान भी अब हाई टेक हो गया है।
6.
दिन भर पसीना बहाने वाला एक ठेलाचालक भी उतना ही धार्मिक है लेकिन वह ताजिन्दगी पिसता और चूसा जाता रहेगा धनवानों द्वारा, ऐसा क्यों…?
7.
आसानी से आप यकीन नहीं कीजिएगा कहिएगा आप-यह सब बहाने बाज़ी है जब कोई कहता है मुझे कोई भी पसीना बहाने वाला कम करने से एलर्जी है.
8.
खेतों में पसीना बहाने वाला, दिन-रात एक करने वाला किसान महज़ एक रुपया पा रहा है, जबकि रंगबिरंगे पैकेट और आकर्षक विज्ञापनों की बदौलत आलू चिप्स पांच सौ रुपए किलो तक बिक रहे हैं ।
9.
दिन भर पसीना बहाने वाला एक ठेलाचालक भी उतना ही धार्मिक है लेकिन वह ताजिन्दगी पिसता और चूसा जाता रहेगा धनवानों द्वारा, ऐसा क्यों...? धनवान व्यक्ति के लिये हर बडे मंदिर में एक वीआईपी कतार है, जबकि आम आदमी (जो भगवान की प्रार्थना सच्चे मन से करता है)
10.
बडे-बडे लुटेरे, कालाबाजारिये, घूसखोर अफ़सर आदि लाखों रुपये चन्दा देकर विशाल भण्डारे और प्रवचन आयोजित कर रहे हैं … लेकिन भगवान को वह भी मंजूर है … दिन भर पसीना बहाने वाला एक ठेलाचालक भी उतना ही धार्मिक है लेकिन वह ताजिन्दगी पिसता और चूसा जाता रहेगा धनवानों द्वारा, ऐसा क्यों …?